Tomorrow is the sixth day of Navratri. In such a situation, Goddess Katyayani is worshiped on the sixth day of Navratri. Maa Katyayani always keeps her grace on her devotees. Let us tell you that Uma, Katyayani, Gauri, Kali, Hemavati, Iswari are other names in Sanskrit dictionary. By the way, it is believed that it is not difficult to please the goddess Katyayani but you can please the mother with this aarti. So let's know this Aarti. Aarti of Maa Katyayani जय जय अम्बे जय कात्यानी जय जगमाता जग की महारानी बैजनाथ स्थान तुम्हारा वहा वरदाती नाम पुकारा कई नाम है कई धाम है यह स्थान भी तो सुखधाम है जय जय अम्बे जय कात्यानी हर मंदिर में ज्योत तुम्हारी कही योगेश्वरी महिमा न्यारी जय जय अम्बे जय कात्यानी हर जगह उत्सव होते रहते हर मंदिर में भगत है कहते कत्यानी रक्षक काया की ग्रंथि काटे मोह माया की जय जय अम्बे जय कात्यानी झूठे मोह से छुडाने वाली अपना नाम जपाने वाली ब्रेह्स्पतिवार को पूजा करिए ध्यान कात्यानी का धरिये जय जय अम्बे जय कात्यानी हर संकट को दूर करेगी भंडारे भरपूर करेगी जो भी माँ को 'चमन' पुकारे कात्यानी सब कष्ट निवारे जय जय अम्बे जय कात्यानी Also Read: Bajrang Dal decree, people of other religion should stay away from Garba Maa Garjai's abode is located on the high hills, the sound of bells comes from the stones! Worship Goddess Shailputri today, establish 'Kalash' in this way According to Jainism, eating at night is inappropriate, know scientific reasons!